Friday, October 23, 2009

उसने कहा था तो लिखना ही होगा

Monday, May 11, 2009

उसने कहा था तो लिखना ही होगा

उसने कहा था मैं लिखूं, मैं अच्छा लिख सकता हूँ। ये उसका विश्वास है या मजाक? अगर विश्वास है तो मैं उसे टूटने नहीं दे सकता और मजाक है तो उसे मजाक में नहीं ले सकता। वह मेरा बाल सखा है। उस वक्त का सखा है जब मेरे सर में बाल थे और उसके बाल काले थे। अब इन बालों की खाल क्या निकालूं। दोनों ही सूरत में लिखना तो मुझेपड़ेगा ही। पर लिखूं तो क्या लिखूं? मेरा हस्तलेख बहुत ख़राब है ये परेशानी तो कंप्यूटर ने दूर कर दी। पर विचार, उसका क्या करूँ? कोई विचार तो मस्तिष्क में जन्म नहीं ले रहा। इस मामले में तो कंप्यूटर भी काम नहीं आयेगा क्योंकि उसका IQ शून्य है मेरा शायद कुछ तो होगा।

टेक्नोलॉजी हमें धीरे धीरे पंगु बना रही है। इन्सान की बनाई मशीनें काम कर रही हैं और भगवान की बनाई मशीन बेकार हो रही हैं। विज्ञान की शक्ति से हम कितने कमजोर होते जा रहे हैं। कंप्यूटर की RAM terabytes में पहुँच रही है अपनी याददाश्त सिमटती जा रही है। १० डिजिट के फोन नम्बर आज याद नहीं रहते, जीपीएस अभी उतने आम नहीं हुए हैं वरना वो दिन दूर नहीं जब जीपीएस कीखराबी के चलते एक आदमी अपने ही मुहल्ले में पड़ोसी से अपने घर का पता पूछेगा और वह असमर्थता जताएगा क्योंकि उसका जीपीएस उसका पुत्र ले कर चला गया है।

बदलाव एक ऐसी सच्चाई है जो कभी नही बदलती इसके अलावा भी कई बातें है जो अब तक नही बदली, पीढियों का अन्तर अभी भी वही है जो सदियों पहले था नयी पीढी अभी भी पुरानी पीढ़ी से ज्यादा समझदार है। महंगाई तब भी आसमान छूती थी और अब भी। हाँ तब एक रुपये में पॉँच पैसे के बीस सिक्के जाते थे अब दो अठन्नियाँ मुश्किल से मिल पाती हैं। समय बदल गया पर उसकीरफ्तार ज्यों की त्यों है वही साठ मिनट प्रति घंटे की उबाऊ रफ्तार से घिसटता वक्त।

15 comments:

आशुतोष said...

बहुत अच्छा! शुरुआत इतनी शानदार होगी ये तो मैंने भी नहीं सोचा था. मैंने अपने कुछ पत्रकार मित्रों को यह लेख पढ़ाया, कोई मानने को तैयार नहीं था कि पहली बार का लेखन है. सब कहते हैं, किसी पेशेवर लेखक की कलम है. बस अब यह सिलसिला रुकना नहीं चाहिए. अपने आसपास या दूर की, जो भी बात दिल को छू जाय उस पर आपकी कलम चलानी चाहिए और हम उसका मजा लेंगे. कभी अपनी हॉस्टल लाइफ को भी पीछे मुड़ कर देखने की कोशिश की जाय, उसमें भी कई दिलचस्प चित्र छुपे हुए हैं. हाँ, बीच में पैराग्राफ दें और फॉण्ट साइज़ बड़ा कर दें तो बेहतर होगा.

Ashok Pande said...

आशुतोष के भेजे लिंक से यहां आया. जैसी उम्मीद थी उस से कहीं बेहतर. उम्दा शुरुआत, जोश्ज्यू! जय हो!

Dinesh Semwal said...

bahut khoob joshi ji!!!

dinesh semwal

jyotika said...

devnagri me nahin likh pati.achchha hai.punch hai.sab kuchh waisa hi hai.har nai pidhi pichhli pidhi ko bekar samajhti hai.aap kitna hi achchha kyun n kar rahe hon aap nai generation or aapke beech ke gap ko par nahin kar pate..true.keep it up

निशांत मिश्र - Nishant Mishra said...

मान्यवर, हिंदी ब्लॉगिंग जगत में आपका स्वागत है. आशा है कि हिंदी में ब्लॉगिंग का आपका अनुभव रचनात्मकता से भरपूर हो.

कृपया मेरा प्रेरक कथाओं और संस्मरणों का ब्लौग देखें - http://hindizen.com

आपका, निशांत मिश्र

रावेंद्रकुमार रवि said...

दिलचस्प!

वन्दना अवस्थी दुबे said...

swaagat hai..shubhkaamnayen.

दिल दुखता है... said...

हिन्दी ब्लॉग की दुनिया में आपका तहेदिल से स्वागत है.....

mastkalandr said...

aapka swagat hai ,hamari shubhkamnaen sda aapke sath hai ..,keep it up ..mk

radhasaxena said...

welcom here.

RAJNISH PARIHAR said...

बहुत अच्छी.. लगी आपकी ये रचना...सच में हम आज तकनीक के गुलाम होते जा रहे है...!ये सिलसिला न जाने कहाँ जा के रुकेगा...

नीरज कुमार said...

Sir,
A great start...
You can write a good articles...
Best of luck!

Manoj Kumar Soni said...

बहुत अच्छा लिखा है . कृपया मेरा भी साईट देखे और टिप्पणी दे
वर्ड वेरीफिकेशन हटा दे . इसके लिये तरीका देखे यहा
http://www.manojsoni.co.nr
and
http://www.lifeplan.co.nr

Deepak "बेदिल" said...

wahhhhhh sarkaar..ye hui naa kuch baat

best of luck

संगीता पुरी said...

बहुत सुंदर…..आपके इस सुंदर से चिटठे के साथ आपका ब्‍लाग जगत में स्‍वागत है…..आशा है , आप अपनी प्रतिभा से हिन्‍दी चिटठा जगत को समृद्ध करने और हिन्‍दी पाठको को ज्ञान बांटने के साथ साथ खुद भी सफलता प्राप्‍त करेंगे …..हमारी शुभकामनाएं आपके साथ हैं।

2 comments:

  1. आप का स्वागत करते हुए मैं बहुत ही गौरवान्वित हूँ कि आपने ब्लॉग जगत मेंपदार्पण किया है. आप ब्लॉग जगत को अपने सार्थक लेखन कार्य से आलोकित करेंगे. इसी आशा के साथ आपको बधाई.
    ब्लॉग जगत में आपका स्वागत हैं, हमने भी आज ही एक और नया चिटठा "चर्चा पान की दुकान पर" प्राम्भ किया है, चिट्ठे पर आपका स्वागत है.
    http://chrchapankidukanpar.blogspot.com
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    http://lalitvani.blogspot.com
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    http://ekloharki.blogspot.com

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  2. आपका हिन्दी चिट्ठाजगत में हार्दिक स्वागत है. आपके नियमित लेखन के लिए अनेक शुभकामनाऐं.

    एक निवेदन:

    कृप्या वर्ड वेरीफीकेशन हटा लें ताकि टिप्पणी देने में सहूलियत हो. मात्र एक निवेदन है.

    वर्ड वेरीफिकेशन हटाने के लिए:

    डैशबोर्ड>सेटिंग्स>कमेन्टस>Show word verification for comments?> इसमें ’नो’ का विकल्प चुन लें..बस हो गया..कितना सरल है न हटाना.

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